148. क्योंकि वो वेश्या है
एक लड़की जिसके तन की बोली लगाई जाती है,
गैरों के लिए उसे बिस्तर पर सजाई जाती है ।
क्यों ? क्योंकि वो वेश्या है……?
कुछ पैसे देकर उसे खरीदते हो तुम ,
बड़ी बेरहमी से उसे नोचते हो तुम ।
क्यों ? क्योंकि वो वेश्या है……?
समाज के ठेकेदार भी जाते हैं उसका हाल ए समाचार जानने उसके पास,
और वो भी करके आते हैं उसका बलत्कार । ऐसा घिनौना अत्याचार !
क्यों ? क्योंकि वो वेश्या है……?
उसे आदत लगा दिया तुमसबने , दरवाजे से देख रही वो, और सोच रही आज आया नहीं कोई ।
साथ साथ यह भी सोच रही वो, आज कैसे जलेगा चुल्हा मेरा, इस कारण वो अंदर अंदर बहुत रोई ।
क्यों ? क्योंकि वो वेश्या है……?
मेरा सलाम है उन वेश्याओं को भी, जो आये दिन तुमसबसे अपना बलत्कार करवाती है ।
और तुम्हारे जैसे जालिमों से, वो अपनी अस्मत को लुटाकर तुम्हारी बहन बेटियों को बलत्कार होने से बचाती हैं ।
क्यों ? क्योंकि वो वेश्या है…… ?
कवि – मनमोहन कृष्ण
तारीख – 25/04/2023
समय – 03 : 24 ( रात्रि )
संपर्क – 9065388391