क्योंकि कटना सार्वभौमिक सत्य है!
क्योंकि कटना सार्वभौमिक सत्य है!
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इश्क़ के शुरुआती दिनों में लगता है कि हम इस दुनिया के पहले सौभाग्यशाली पुरुष हैं जिसे इस स्वर्ग की प्राप्ति हुई है।फिर एक दिन आपके स्वर्गलोक की महारानी जी कहती हैं,”देखो आज के बाद हम बात नहीं कर पाएंगे” आपके काहे! काहे!? वाले प्रश्न के पहले ही आपकी स्वर्गलोक वाली नागरिकता आपसे छीन ली जाती है(मल्लब ब्लॉक)।तत्पश्चात जब आप इस नरकलोक पर दुबारा आते हैं तो आपकी मुलाक़ात अपने जैसे और भी पदच्युत नागरिकों से होती है।फिर आपको जीवन के असली रहस्य का पता चलता है,”अरे! भईया तो हमसे बड़ा वाला कटवा के बैठें हैं।” इस प्रकार आपके ज्ञानचक्षु खुल जाते हैं लेकिन आपके ये ज्ञानचक्षु अभी कई बार और बंद होंगे।क्योंकि आप अभी कई बार कटवाएंगे,भई! जब इतने बड़े बड़े लोगों की आप नहीं सुनते हैं तो मेरी क्यों सुनेंगे। चलिए आप एक बार फिर ज्ञान प्राप्त कर के आइये तब तक हम इंतजार करते हैं।अरे ब्रो! हम भी आएंगे पीछे पीछे,उ का है ना अभी हमको तत्काले में ज्ञान मिला है न, तो हम अब थोड़ा रेस्ट करेंगे।आप continue रहिये……
नोट- कृपया इस लेख को पढ़ते समय अपना दिमाग मत लगाएं, क्योंकि लिखते समय भी नहीं लगाया गया है।
धन्यवाद!
©️ Sandeep Raaz Anand