Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Mar 2022 · 1 min read

क्या होगी पतंग की मंजिल

यह जमीन मेरी है
जमीन पर बना घर मेरा है
घर की छत मेरी है
घर के कमरे की खिड़की से दिखता आसमान मेरा है
आसमान में बहती हवा मेरी है
हवा संग उड़ता परिंदा मेरा है
आसमान में उड़ती एक पतंग मेरी है
उसकी डोर का एक सिरा मेरी अंगुलियों में और
दूसरा किसी अदृश्य हाथों में है
पतंग मेरी है
उसकी डोर मेरी है
उसे उड़ा मैं रही हूं
नहीं उड़ा रही गर तो
उसे जो कोई और उड़ा रहा है
उसे, पतंग और पतंग की डोर
सबको देख पा रही हूं
पतंग का रास्ता
पंतन की दिशा
पंतन की उड़ान
कुछ हद तक तो मेरे काबू में है लेकिन
यह कटकर कहां गिरेगी
किसकी छत पर
कौन मेरी अमानत,
मेरी दौलत और
मेरे ख्वाबों को लूट लेगा
क्या होगी इसकी मंजिल
यह सब मेरे हाथ में नहीं है।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Comment · 180 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Minal Aggarwal
View all
You may also like:
बदमिजाज सी शाम हो चली है,
बदमिजाज सी शाम हो चली है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
याद - दीपक नीलपदम्
याद - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
"यह कैसा दस्तूर"
Dr. Kishan tandon kranti
रोहित एवं सौम्या के विवाह पर सेहरा (विवाह गीत)
रोहित एवं सौम्या के विवाह पर सेहरा (विवाह गीत)
Ravi Prakash
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें
आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें
rkchaudhary2012
तुम गए कहाँ हो 
तुम गए कहाँ हो 
Amrita Shukla
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
4916.*पूर्णिका*
4916.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शतरंज
शतरंज
भवेश
मर्द की मोहब्बत औरत को हमेशा जवान रखती है जबकि मर्द से मिली
मर्द की मोहब्बत औरत को हमेशा जवान रखती है जबकि मर्द से मिली
इशरत हिदायत ख़ान
तेरी मुश्किल ना बढ़ूंगा,
तेरी मुश्किल ना बढ़ूंगा,
पूर्वार्थ
बेहतरीन इंसान वो है
बेहतरीन इंसान वो है
शेखर सिंह
दहेज की जरूरत नही
दहेज की जरूरत नही
भरत कुमार सोलंकी
राम छोड़ ना कोई हमारे..
राम छोड़ ना कोई हमारे..
Vijay kumar Pandey
कविता ....
कविता ....
sushil sarna
क्रव्याद
क्रव्याद
Mandar Gangal
सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क
सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क
Lokesh Sharma
अवधपुरी की पावन रज में मेरे राम समाएं
अवधपुरी की पावन रज में मेरे राम समाएं
Anamika Tiwari 'annpurna '
!! यह तो सर गद्दारी है !!
!! यह तो सर गद्दारी है !!
Chunnu Lal Gupta
यूँ  तो  दुनिया  में  मेले  बहुत  हैं।
यूँ तो दुनिया में मेले बहुत हैं।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आने वाले कल का ना इतना इंतजार करो ,
आने वाले कल का ना इतना इंतजार करो ,
Neerja Sharma
चलो♥️
चलो♥️
Srishty Bansal
जिम्मेदारी कौन तय करेगा
जिम्मेदारी कौन तय करेगा
Mahender Singh
🙅जय जय🙅
🙅जय जय🙅
*प्रणय*
स्वयं को सुधारें
स्वयं को सुधारें
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
अपने कदमों को बढ़ाती हूँ तो जल जाती हूँ
अपने कदमों को बढ़ाती हूँ तो जल जाती हूँ
SHAMA PARVEEN
नशा मुक्त अभियान
नशा मुक्त अभियान
Kumud Srivastava
पैर, चरण, पग, पंजा और जड़
पैर, चरण, पग, पंजा और जड़
डॉ० रोहित कौशिक
वो
वो
Sanjay ' शून्य'
Loading...