Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2024 · 1 min read

क्या है परम ज्ञान

ज्ञानों में श्रेष्ठ है ‘परम ज्ञान’
यह प्रलय काल में भी
साथ देता है
व्यथित नहीं होने देता.
प्रकृति से उत्पन्न ‘सत्त्व’, ‘रज’ और ‘तम’
अविनाशी आत्मा को
बाँध लेते हैं देह में
‘सत्त्व’
बाँधता है जीवात्मा को
‘सुख’ व ‘ज्ञान’ की आसक्ति में
‘रजोगुण’
बाँधता है जीवात्मा को
‘कर्म’ के साथ
‘तमोगुण’
होता है अज्ञानजन्य
जो बाँधता है
जीवात्मा को
‘प्रमाद’, ‘आलस्य’ व ‘निद्रा’ के द्वारा.

‘सत्त्वगुण’ बढ़ता है
‘रज’ व ‘तम’ को रौंदकर
‘रजोगुण’ दबाता है
‘सत्त्व’ व ‘तम’ को
और ‘तम’ आगे बढ़ता है
ऐसे ही
‘सत्त्व’ व ‘रज’ को रौंदकर

‘सत्त्वगुण’ बढ़ने का संकेत है-
समस्त इन्द्रियों से
ज्ञान के प्रकाश की उत्त्पत्ति.
‘लोभ’, ‘अशांति’, ‘स्पृहा’
संकेतक हैं-
रजोगुण के बढ़ने के
उसके विस्तार के
‘प्रमाद’, ‘मोह’
उत्पन्न होते हैं
‘तमोगुण’ की प्रमुखता से
‘भक्तियोग’ के मार्ग पर चलने वाला
प्राप्त करता है
‘परम ज्ञान’
और योग्य हो जाता है
‘ब्रह्म भाव’ की प्राप्ति के.

Language: Hindi
2 Likes · 145 Views
Books from डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
View all

You may also like these posts

स्वार्थ चाहे किसी भी प्रकार का हो, हमेशा दुखदाई होता है। अतः
स्वार्थ चाहे किसी भी प्रकार का हो, हमेशा दुखदाई होता है। अतः
गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज
दूसरा मौका
दूसरा मौका
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
"अगली राखी आऊंगा"
Lohit Tamta
What a wonderful night
What a wonderful night
VINOD CHAUHAN
"प्रथम साहित्य सृजेता"
Dr. Kishan tandon kranti
चंद्रयान विश्व कीर्तिमान
चंद्रयान विश्व कीर्तिमान
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
विश्व धरोहर हैं ये बालक,
विश्व धरोहर हैं ये बालक,
पंकज परिंदा
51…..Muzare.a musamman aKHrab:: maf'uul faa'ilaatun maf'uul
51…..Muzare.a musamman aKHrab:: maf'uul faa'ilaatun maf'uul
sushil yadav
क्या हूनर क्या  गजब अदाकारी है ।
क्या हूनर क्या गजब अदाकारी है ।
Ashwini sharma
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelam Sharma
तेरे दर पे आये है दूर से हम
तेरे दर पे आये है दूर से हम
shabina. Naaz
सही कदम
सही कदम
Shashi Mahajan
पतझड़
पतझड़
ओसमणी साहू 'ओश'
प्रकृत की हर कला निराली
प्रकृत की हर कला निराली
Er.Navaneet R Shandily
क्यूं में एक लड़की हूं
क्यूं में एक लड़की हूं
Shinde Poonam
मन
मन
MEENU SHARMA
गीत- मिली है ज़िंदगी इसको...
गीत- मिली है ज़िंदगी इसको...
आर.एस. 'प्रीतम'
बुद्ध रूप में गुरू बन गये
बुद्ध रूप में गुरू बन गये
Buddha Prakash
✍️✍️✍️✍️
✍️✍️✍️✍️
शेखर सिंह
मुझे मजाक में लो
मुझे मजाक में लो
पूर्वार्थ
2576.पूर्णिका
2576.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जश्न
जश्न
Rambali Mishra
पढ़ाई -लिखाई एक स्त्री के जीवन का वह श्रृंगार है,
पढ़ाई -लिखाई एक स्त्री के जीवन का वह श्रृंगार है,
Aarti sirsat
यूं आसमान हो हर कदम पे इक नया,
यूं आसमान हो हर कदम पे इक नया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अपनी आंखों को मींच लेते हैं।
अपनी आंखों को मींच लेते हैं।
Dr fauzia Naseem shad
बचपन
बचपन
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
असंभव को संभव बना दूंगा
असंभव को संभव बना दूंगा
Rj Anand Prajapati
सनम की शिकारी नजरें...
सनम की शिकारी नजरें...
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
कविता
कविता
Nmita Sharma
🙅आज का मुक्तक🙅
🙅आज का मुक्तक🙅
*प्रणय*
Loading...