क्या हम आजाद हुए हैं ?
क्या हम सच में आज़ाद हुए हैं,
या यूँ ही भ्रम में डूबे हुए हैं,
पहले गोरी चमड़ी के सताए हुए थे ,
अब सांवली चमड़ी के सताए हुए हैं .
क्या हम सच में आज़ाद हुए हैं,
या यूँ ही भ्रम में डूबे हुए हैं,
पहले गोरी चमड़ी के सताए हुए थे ,
अब सांवली चमड़ी के सताए हुए हैं .