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20 Jul 2021 · 1 min read

क्या हमारे लिए कुछ छोड़ा है तुमने ?

परिंदे पूछते हैं इंसानों से ,
क्या धरती पर तुमने हमारे लिए ,
कुछ छोड़ा है ?
बोलो ! हम कैसे जिएं ?

यह आसमान जिसपर हम विचरते थे ,
कारखानों के धुंए से मटमैला कर दिया ।
बोलो! हम कहा उड़े ?

इन हवाओं में हम भी सांस लेते थे,
इनको भी तुमने वाहनों और कारखानों के
धुंए से विषैला कर दिया ।
हमारा दम घुट रहा है ,
बोलो !हम सांस कैसे ले ?

तुमने धरती के सभी जलस्रोत मैले कर दिए ,
हम कुछ पर अपना अधिकार जमा दिया ।
अब बताओ! हमें प्यास लगे तो पानी कहां से पिएं?

तुम्हे खुद के रहने के लिए जमीन चाहिए थी ,
तुमने अनगिनित पेड़ काट डाले ।
इन्हीं में हम अपने घोंसले बनाते थे ।
तुमने हमारा छोटा सा घर भी उजाड़ दिया।
अब बोलो ! हम कहां रहे ।

इस धरती पर सब कुछ तो तुमने बरबाद कर दिया।
अपने स्वार्थ और लालच में अंधे होकर ।
हमारे बारे में तुमने एक बार भी नहीं सोचा ।
सारी सृष्टि पर तुमने कब्जा कर लिया ।
क्या हमारे लिए धरती पर तुमने,
छोटा सा कोना भी छोड़ा है ?

Language: Hindi
5 Likes · 8 Comments · 442 Views
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