क्या वादा कर के तुम जुदा हुई ….
क्या वादा करके तुम जुदा हुई
जाते-जाते क्या कह के तुम बिदा हुई
भरोसा दिला कर वफ़ा का ,
दिखी नही क्या तुम ख़ुदा हुई।
मेरी मोहब्बत को बुरा कौन कहेगा
मेरी कहानी को सुना कौन करेगा
सबसे अलग जिंदगानी कहते थे
मेरी अब आवारगी को भला कौन कहेगा ।।