” क्या रिश्ता ये निभाते हैं ? “
ये सूरज रौशनी देता हैं ,
ऊर्जा का स्रोत भी बनता हैं ।
ये पेड़ – पौधे भूख मिटाते हैं ,
ये पुष्प खुशबू बिखेरती हैं ।
क्या रिश्ता ये निभाते हैं ?
ये पक्षी गीत सुनाते हैं ,
हर सुबह हमें जगाते हैं ।
ये आसमां भी रंग बदलती हैं ,
रोज नया सवेरा लाती हैं ।
क्या रिश्ता ये निभाते हैं ?
ये नदियां प्यास बुझाती हैं ,
ये पर्वत ढाल बन जाते हैं ।
ये मिट्टी उपज बढ़ाती हैं ,
ये वन वर्षा कराते हैं ।
क्या रिश्ता ये निभाते हैं ?
ये चांद चांदनी सजाता हैं ,
ये मौसम रूत्त बदलते हैं ।
ये बारिश की बूंदें प्यासी धरती को तृप्त करती हैं ,
ये प्रकृति हमें प्रेम करना सिखाती हैं ।
क्या रिश्ता ये निभाते हैं ?
? धन्यवाद ?
✍️ ज्योति ✍️
नई दिल्ली