क्या राज़ सजोया है दिल में
तेरे संग गुज़रे लम्हों का, एहसास सजोया है दिल में,
कुछ तीखा कुछ मीठा सा, जज़्बात सजोया है दिल में।
हर कोई स्तब्ध यहाँ, अंदाज़ प्यार का देख सनम,
ये प्रेम देख कुदरत ने पूँछा, क्या राज़ सजोया है दिल में?
तेरे संग गुज़रे लम्हों का, एहसास सजोया है दिल में,
कुछ तीखा कुछ मीठा सा, जज़्बात सजोया है दिल में।
हर कोई स्तब्ध यहाँ, अंदाज़ प्यार का देख सनम,
ये प्रेम देख कुदरत ने पूँछा, क्या राज़ सजोया है दिल में?