क्या मुझसे हुई खता… !!
गुम है सफऱ क्यूँ मेरा कही,
जीना मुझे है तुझ बिन यही !
तेरी याद का सजदा किया है,
तू मेरे इश्क़ की दास्ताँ है !!
मैं ख्यालों मे खोया रहता हूं कही,
बिन तेरे जीने की ख्वाहिश ही नहीं !
तेरी बातो से लगे है, तू हो रही मुझसे जुदा,
ऐ दीवानी जरा बता, क्या मुझसे हुई खता.. !!