Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Aug 2018 · 1 min read

* क्या जज़्बात लिखूं *

लिखना चाहूं दिल की बात क्या जज़्बात लिखूं
लोग समझते नहीं मुझको..क्या जज़्बात लिखूं
बात बात पे अपनी जो, कभी टिकते ही नहीं है
बिकते हैं जो टकों में उनके क्या जज़्बात लिखूं।।
****
करते हैं बडी-बडी बातें , क्या उनके राज़ लिखूं
क्या आज लिखूं उनका — क्या भूतकाल लिखूं
कैसे लिखूं भविष्यकाल, समझते नहैं है लोग
बनाते हैं भविष्य अपना उनका भूतकाल लिखूं।।
******
आया है मौसम-बरसात मैं अब क्या बात लिखूं
बोलूं कोयल-सा– सुमधुर-दादुर-बकवाद लिखूं
दादुर-बहुल जहां में , कौन कोयल की बात सुने
सुन-सुन हुए उनअनसुनों की मैं क्या बात लिखूं।।
****
मेरे हैं, ये जज़्बात, कोई हाट या बाज़ार नहीं हैं
खरीदे मेरे जज़्बात ऐसी कोई टकसाल नहीं है
बिकता दिखता इमां-इंसान दरों-दुनियां में यहां
चिल्लाओ मुझपे बे-शक़ मेरा खेरख़्वार नहीं है ।।
****
मधुप बैरागी

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 306 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
हमने किस्मत से आँखें लड़ाई मगर
हमने किस्मत से आँखें लड़ाई मगर
VINOD CHAUHAN
मूहूर्त
मूहूर्त
Neeraj Agarwal
मीठी नींद नहीं सोना
मीठी नींद नहीं सोना
Dr. Meenakshi Sharma
सियासी बातें
सियासी बातें
Shriyansh Gupta
93. ये खत मोहब्बत के
93. ये खत मोहब्बत के
Dr. Man Mohan Krishna
2741. *पूर्णिका*
2741. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुनले पुकार मैया
सुनले पुकार मैया
Basant Bhagawan Roy
(21)
(21) "ऐ सहरा के कैक्टस ! *
Kishore Nigam
जिंदगी में पराया कोई नहीं होता,
जिंदगी में पराया कोई नहीं होता,
नेताम आर सी
*** सैर आसमान की....! ***
*** सैर आसमान की....! ***
VEDANTA PATEL
वो सोचते हैं कि उनकी मतलबी दोस्ती के बिना,
वो सोचते हैं कि उनकी मतलबी दोस्ती के बिना,
manjula chauhan
किस किस से बचाऊं तुम्हें मैं,
किस किस से बचाऊं तुम्हें मैं,
Vishal babu (vishu)
"धोखा"
Dr. Kishan tandon kranti
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
साहित्य गौरव
सुना हूं किसी के दबाव ने तेरे स्वभाव को बदल दिया
सुना हूं किसी के दबाव ने तेरे स्वभाव को बदल दिया
Keshav kishor Kumar
तिरंगा बोल रहा आसमान
तिरंगा बोल रहा आसमान
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*आओ पाने को टिकट ,बंधु लगा दो जान : हास्य कुंडलिया*
*आओ पाने को टिकट ,बंधु लगा दो जान : हास्य कुंडलिया*
Ravi Prakash
💐Prodigy love-43💐
💐Prodigy love-43💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आंखों में कभी जिनके
आंखों में कभी जिनके
Dr fauzia Naseem shad
"You can still be the person you want to be, my love. Mistak
पूर्वार्थ
चेहरे की शिकन देख कर लग रहा है तुम्हारी,,,
चेहरे की शिकन देख कर लग रहा है तुम्हारी,,,
शेखर सिंह
शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana जिनका जीवन समर्पित है जनसेवा के लिए आखिर कौन है शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana ?
शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana जिनका जीवन समर्पित है जनसेवा के लिए आखिर कौन है शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana ?
Bramhastra sahityapedia
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
Rj Anand Prajapati
इक क्षण
इक क्षण
Kavita Chouhan
बसंत
बसंत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बादल
बादल
Shankar suman
मानव  इनको हम कहें,
मानव इनको हम कहें,
sushil sarna
मनुष्य की महत्ता
मनुष्य की महत्ता
ओंकार मिश्र
ग़र हो इजाजत
ग़र हो इजाजत
हिमांशु Kulshrestha
■ कथनी-करनी एक...
■ कथनी-करनी एक...
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...