क्या खूब कहा
गरीब मीलों चलता है भोजन पाने के लिए,
अमीर मीलों चलता है उसे पचाने के लिए।।
किसी के पास खाने के लिए एक वक्त की रोटी नहीं है
किसी के पास एक रोटी खाने का वक्त नहीं है ।।
कोई अपनों के लिए अपनी रोटी छोड़ देता है
कोई रोटी के लिए अपनों को छोड़ देता है ।।
इंसान भी क्या चीज है ।।।।
दौलत बचाने के लिए सेहत को देता है सेहत को वापस
पाने के लिए दौलत खो देता है ।
जीता ऐसे है जैसे कभी मरेगा ही नहीं , और मर ऐसे जाता है जैसे कभी जिया ही नहीं ।
इंसान भी क्या चीज है।।
✍️रश्मि गुप्ता @ Ray’s Gupta