क्या क्या मैं, पहचान, अरमान रखूं l
क्या क्या मैं, पहचान, अरमान रखूं l
कैसे जिन्दगी मैं, यश मान रखूं ll
प्यास, अँधेरे में,’ कुछ ना दिखे है l
अज्ञानता का, कैसे ज्ञान रखूं ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
क्या क्या मैं, पहचान, अरमान रखूं l
कैसे जिन्दगी मैं, यश मान रखूं ll
प्यास, अँधेरे में,’ कुछ ना दिखे है l
अज्ञानता का, कैसे ज्ञान रखूं ll
अरविन्द व्यास “प्यास”