Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Apr 2024 · 1 min read

क्या कहेंगे लोग

हाय अल्लाह, अब क्या कहेंगे लोग।
दुनिया का यही है सबसे बड़ा रोग। ।

खुद से ज्यादा औरों की क्यों फिक्र ,
बात अपनी लेकिन लोगों का जिक्र।

क्या मुसीबत में ये लोग आयेंगे काम,
परेशानियां हमारी करेंगे अपने नाम।

कब तलक टूटेंगे इस के कारण अरमां
कितनी जिंदगियां इस बात ने की वीरां ।

समझो ज़रा जब अपनी जंग खुद लड़ना
लोगों के बारे सोच कर क्यूं फिर डरना।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 140 Views
Books from Surinder blackpen
View all

You may also like these posts

समर्थवान वीर हो
समर्थवान वीर हो
Saransh Singh 'Priyam'
कलम की ताक़त
कलम की ताक़त
Dr. Rajeev Jain
यह कौन सी तहजीब है, है कौन सी अदा
यह कौन सी तहजीब है, है कौन सी अदा
VINOD CHAUHAN
हे ! निराकार रूप के देवता
हे ! निराकार रूप के देवता
Buddha Prakash
मातृभूमि
मातृभूमि
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
देह का आत्मीय
देह का आत्मीय
Arun Prasad
आविष्कार एक स्वर्णिम अवसर की तलाश है।
आविष्कार एक स्वर्णिम अवसर की तलाश है।
Rj Anand Prajapati
चाहे कितने भी मतभेद हो जाए फिर भी साथ बैठकर जो विवाद को समाप
चाहे कितने भी मतभेद हो जाए फिर भी साथ बैठकर जो विवाद को समाप
Ranjeet kumar patre
सपनों का पीछा करे,
सपनों का पीछा करे,
sushil sarna
सोचा होगा
सोचा होगा
संजय कुमार संजू
3.बूंद
3.बूंद
Lalni Bhardwaj
विशाल नन्हा
विशाल नन्हा
Shekhar Deshmukh
विद्यार्थी जीवन
विद्यार्थी जीवन
Santosh kumar Miri
*दिव्य भाव ही सत्य पंथ है*
*दिव्य भाव ही सत्य पंथ है*
Rambali Mishra
किंकर्तव्यविमूढ़
किंकर्तव्यविमूढ़
Shyam Sundar Subramanian
एकदा तरी आयुष्यात कोणी असे भेटावे. ज्याला आपल्या मनातले सर्व
एकदा तरी आयुष्यात कोणी असे भेटावे. ज्याला आपल्या मनातले सर्व
Sampada
अपने विचारों को अपनाने का
अपने विचारों को अपनाने का
Dr fauzia Naseem shad
तुम मुझे सुनाओ अपनी कहानी
तुम मुझे सुनाओ अपनी कहानी
Sonam Puneet Dubey
विचित्र
विचित्र
उमा झा
24/251. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/251. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जो दूर हो जाए उसे अज़ीज़ नहीं कहते...
जो दूर हो जाए उसे अज़ीज़ नहीं कहते...
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
"बीज"
Dr. Kishan tandon kranti
खींचातानी  कर   रहे, सारे  नेता लोग
खींचातानी कर रहे, सारे नेता लोग
Dr Archana Gupta
#हस्सिये हस्स कबूलिये
#हस्सिये हस्स कबूलिये
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
जब चांदनी रातों में आहट उठाती है
जब चांदनी रातों में आहट उठाती है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
"पूर्वाग्रह"
*प्रणय*
आँगन पट गए (गीतिका )
आँगन पट गए (गीतिका )
Ravi Prakash
अपनो से भी कोई डरता है
अपनो से भी कोई डरता है
Mahender Singh
तड़प
तड़प
sheema anmol
Loading...