क्या कहना
प्यार करे पर कह न पाए ।
क्या कहना ।
दूर रहे पर रह न पाए
क्या कहना ।
बंद आंखों से देखें उसको।
क्या कहना ।
मन ही मन में चाहे उसको
क्या कहना ।
दिल में स्वप्न सजाए पालें
क्या कहना ।
फिर भी नजर चुराए उससे
क्या कहना ।
बिन उसके रह न पाए क्या कहना ।
पास आने से भी घबराए
क्या कहना ।
#विन्ध्यप्रकाशमिश्रविप्र
विन्ध्यप्रकाश मिश्र विप्र