क्या करूँ
दिल गा रहा है गीत सुनाकर मैं क्या करूँ?
धुन कोई प्यार वाली बजाकर मैं क्या करूँ?
जिसने सजायी जिंदगी वह खुद ही साथ है
फिर मंदिरों के द्वार सजाकर मैं क्या करूँ?
संजय नारायण
दिल गा रहा है गीत सुनाकर मैं क्या करूँ?
धुन कोई प्यार वाली बजाकर मैं क्या करूँ?
जिसने सजायी जिंदगी वह खुद ही साथ है
फिर मंदिरों के द्वार सजाकर मैं क्या करूँ?
संजय नारायण