क्या करना धन जोड़ कर, निर्धन के धन राम,
क्या करना धन जोड़ कर, निर्धन के धन राम,
मृदु वाणी अरु सत्य से, बस रक्खो तुम काम l
डा० हरिमोहन गुप्त
क्या करना धन जोड़ कर, निर्धन के धन राम,
मृदु वाणी अरु सत्य से, बस रक्खो तुम काम l
डा० हरिमोहन गुप्त