कौन यहाँ दूध का धुला है बता दो ।
ताउमर गर साथ चलो रास्ते मुश्किलात भरे
करो आज ही फैसला और मुझको बता दो ।
अपाहिज सी रेंगती है ज़िन्दगी बगैर तेरे
जरा तुम हाथ लगवाओ, चला दो ।
दिल मेरा पाक-साफ़ है ये मैंने कब कहा
पर कौन यहाँ दूध का धुला है बता दो ।
दिल जलाएगी ये यादें गर संभाला इनको
ये आखरी खत है मेरा,पढ़ के जला दो ।
खुद नहीं जानता,ये दूरियाँ दरमियां क्यों है
गर गवारा नही फासले, मिटा दो ।
कपिल जैन