कौन किसकी सुनता है ___ मुक्तक
कौन किसकी सुनता है, मनचाही राहे चुनता है।
मात-पिता चुपचाप बैठ गए बच्चा सपना बुनता है।
जमाने में हवा खूब चली _ सीख लगती कहां भली।
ऐसा वैसा यह बर्ताव तो मित्रों, हमको बहुत चुभता है।।
राजेश व्यास अनुनय
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