कौन उत्तरदायी ?
ब्लू व्हेल गेम से हो रही आत्महत्याएं और इस से उपजे भय के लिए कौन उत्तरदायी है ? उत्तर दायित्व हैं बच्चों के अभिभावक। पाश्चात्य संस्कृति व सभ्यता का अंधानुकरण करते करते पहले तो एकल परिवार हुए और एक संतान ही रखने का प्रचलन हो गया। माता-पिता का जाॅब में दिनभर घर से बाहर रहना, देर-सबेर घर आना और आने के बाद मांँ का दैनंदिनी कार्यों में उलझ जाना, थकान, चिड़चिड़ापन आदि बातें बच्चों को अभिभावकों से दूर कर रही हैं। मैंने आजकल अमूमन यह बहुत ज्यादा घरों में देखा है कि अक्सर माँ-बाप बच्चों से पीछा छुड़ाने के चक्कर में अपने सेलफोन उन्हें थमा कर छुट्टी पा जाते हैं फिर वे इसका क्या दुरुपयोग करते हैं या सदुपयोग उन्हें क्या।
नौकरों के भरोसे अथवा अक्सर एकाकी रहने वाले बच्चे कब किसके प्रभाव में आ जाते हैं यह माता-पिता को तब पता लगता है जब पानी सिर के ऊपर से गुजर चुका होता है। मेरा करबद्ध अनुरोध विशेष कर उन अभिभावकों से है जिनके नन्हे नौनिहाल घर में हैं। वे सचेत हो जाएं, सजग हो जाएं, जागरूक हो जाएं। नन्हे मुन्नों को प्यार दुलार दें। उनसे उनकी दिनभर की बातें साझा करें और जानकारी रखें कि वे किस किस के प्रभाव में हैं। जहाँ तक हो सके कक्षा पांच तक बच्चों को मोबाइल से दूर रखने का प्रयास करें।
—रंजना माथुर दिनांक 08 /09/2017
मेरी स्व रचित व मौलिक रचना
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