Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Dec 2018 · 1 min read

कोहरा/हाइकु/निमाई प्रधान’क्षितिज’

हाइकु त्रयी
~~~●~~~

[१]
कोहरा घना
जंगल है दुबका
दूर क्षितिज!

[२]
कोहरा ढांपे
न दिखे कुछ पार
ओझल ताल

[३]
हाथ रगड़
कुछ गर्माहट हो
कांपता हाड़

-@निमाई प्रधान’क्षितिज’
रायगढ़, छत्तीसगढ़
मोब.नं.7804048925

Language: Hindi
1 Like · 328 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कैसा फसाना है
कैसा फसाना है
Dinesh Kumar Gangwar
गिरें पत्तों की परवाह कौन करें
गिरें पत्तों की परवाह कौन करें
Keshav kishor Kumar
दीप्ति
दीप्ति
Kavita Chouhan
2679.*पूर्णिका*
2679.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"प्यासा"-हुनर
Vijay kumar Pandey
"असली-नकली"
Dr. Kishan tandon kranti
मज़बूत होने में
मज़बूत होने में
Ranjeet kumar patre
💐Prodigy Love-36💐
💐Prodigy Love-36💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ईश्वर से शिकायत क्यों...
ईश्वर से शिकायत क्यों...
Radhakishan R. Mundhra
प्रेम अंधा होता है मां बाप नहीं
प्रेम अंधा होता है मां बाप नहीं
Manoj Mahato
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
gurudeenverma198
धरा पर लोग ऐसे थे, नहीं विश्वास आता है (मुक्तक)
धरा पर लोग ऐसे थे, नहीं विश्वास आता है (मुक्तक)
Ravi Prakash
■ आज का विचार...
■ आज का विचार...
*Author प्रणय प्रभात*
कहीं ख्वाब रह गया कहीं अरमान रह गया
कहीं ख्वाब रह गया कहीं अरमान रह गया
VINOD CHAUHAN
ख्वाब आँखों में सजा कर,
ख्वाब आँखों में सजा कर,
लक्ष्मी सिंह
विद्या देती है विनय, शुद्ध  सुघर व्यवहार ।
विद्या देती है विनय, शुद्ध सुघर व्यवहार ।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सुन मेरे बच्चे
सुन मेरे बच्चे
Sangeeta Beniwal
दोहावली
दोहावली
Prakash Chandra
.... कुछ....
.... कुछ....
Naushaba Suriya
संकल्प का अभाव
संकल्प का अभाव
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
जबसे उनको रकीब माना है।
जबसे उनको रकीब माना है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
नेता पलटू राम
नेता पलटू राम
Jatashankar Prajapati
आज फ़िर दिल ने इक तमन्ना की..
आज फ़िर दिल ने इक तमन्ना की..
Rashmi Sanjay
वो मेरे दर्द को
वो मेरे दर्द को
Dr fauzia Naseem shad
आत्मा
आत्मा
Bodhisatva kastooriya
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
सत्य कुमार प्रेमी
नशा
नशा
Ram Krishan Rastogi
गांव
गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
फागुनी है हवा
फागुनी है हवा
surenderpal vaidya
*जीवन्त*
*जीवन्त*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...