24/246. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
न जाने कहाँ दोस्तों की महफीलें खो गई ।
कुछ लोगो के लिए आप महत्वपूर्ण नही है
रात भर इक चांद का साया रहा।
कोई हमको ढूँढ़ न पाए
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बात-बात पर क्रोध से, बढ़ता मन-संताप।
💐प्रेम कौतुक-510💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पिछले 4 5 सालों से कुछ चीजें बिना बताए आ रही है
जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के।
वो एक ही मुलाकात और साथ गुजारे कुछ लम्हें।
तेरे प्यार के राहों के पथ में
singh kunwar sarvendra vikram