कोहरा काला घना छट जाएगा।
कोहरा काला घना छट जाएगा।
मेघ काला ज़ीस्त से हट जाएगा।
दिख रहा होता नहीं है वो सही,
एक दिन है जो सही हो जाएगा।
फासलों की क्या कहूंँ ‘नीलम’ तुम्हें
ग़र मुहब्बत फासला मिट जाएगा।
नीलम शर्मा ✍️
कोहरा काला घना छट जाएगा।
मेघ काला ज़ीस्त से हट जाएगा।
दिख रहा होता नहीं है वो सही,
एक दिन है जो सही हो जाएगा।
फासलों की क्या कहूंँ ‘नीलम’ तुम्हें
ग़र मुहब्बत फासला मिट जाएगा।
नीलम शर्मा ✍️