कोशिश
गिरने के बाद भी उठती हूँ
ये इरादा नहीं …तो क्या है,
उठकर फिर से चलती हूँ
ये कोशिश नहीं ..तो क्या है,
चलते चलते मुस्कुराती हूँ
ये उत्साह नहीं… तो क्या है,
आँसू को पी जाती हूँ
ये जुनून नहीं …तो क्या है,
लगातार गिरती हूँ
ये परीक्षा नहीं ..तो क्या है,
फिर भी आगे बढ़ती हूँ
ये सफलता नहीं …तो क्या है,
कभी मायूस नहीं होती
ये उम्मीद नहीं …तो क्या है।
#किसानपुत्री_शोभा_यादव