कोशिश…
हम तो हर लम्हा जीने की,
चाहत रखते हुए जीते हैं…!
डरते ही रहते है कब हो जायेंगे अलविदा…!!..!
लेकिन… जाते जाते कुछ अच्छा करना हैं…
खुद से जो अनजाने में हो गई हैं..!. ग़लतियाँ…!
उसे सुधारने की कोशिश में लगे हैं…!!
बुराईओं को अपने साथ ही,
खत्म करने की लगन में जुड़ चुके है…!
कुछ ऐसी यादों को,
पन्नो के बिछाने में छोड़ जाना चाहते हैं…!!
जाने के बाद शायद हमारे अपनो के स्मरण में,
जिन्दा रहने की इजाज़त मांगते रहते है…. !..!
खामोश नही अब रहना हमें…!..!
सत्य संदेश से सब को,
अवगत कराना हैं…अवगत कराना हैं…!!!!