Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Dec 2022 · 1 min read

कोशिश पर लिखे अशआर

मात दी है हमें मुकदर ने ।
कोशिशे हमनें करके देखी हैं ।।

कोशिशे न हो गर हक़ीकत में ।
ख़्वाब ताबीर पा नहीं सकता ।।

कोशिश करो तुम से ये गुनाह
कभी भूल कर न हो।
किसी की आंखों में आंसूओं की
वजह तुम न हो ।।

कोशिशों में कमी रही होगी ।
हाथ क़िस्मत को मलते देखा है ।।

कोशिशे दिल ने करके देखी है।
दिल की बेचैनियाँ नहीं जाती ।।

कोशिशों में कमी कोई भी न थी।
हम मुकद्दर से मात खा बैठे ।।

पढ़ने की कोशिशें सभी बेकार है तेरी ।
लफ्जों में जिंदगी को समेटा न जाएगा ।।

करो कोशिश
शिकायत न रहे खुद से।
बहुत तकलीफ देता है
किसी अफ़सोस में जीना ।।

छोड़ों न वक्त पर न मुकद्दर का मुंह तको ।
कोशिश करो बस खुद से नज़रें मिला सको ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
11 Likes · 291 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
श्री कृष्ण भजन
श्री कृष्ण भजन
Khaimsingh Saini
भार्या
भार्या
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
सियासी बातें
सियासी बातें
Shriyansh Gupta
जब से देखी है हमने उसकी वीरान सी आंखें.......
जब से देखी है हमने उसकी वीरान सी आंखें.......
कवि दीपक बवेजा
बारिश
बारिश
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
कोहिनूराँचल
कोहिनूराँचल
डिजेन्द्र कुर्रे
नेता या अभिनेता
नेता या अभिनेता
Shekhar Chandra Mitra
मतिभ्रष्ट
मतिभ्रष्ट
Shyam Sundar Subramanian
माँ वीणा वरदायिनी, बनकर चंचल भोर ।
माँ वीणा वरदायिनी, बनकर चंचल भोर ।
जगदीश शर्मा सहज
दुनिया जमाने में
दुनिया जमाने में
manjula chauhan
ओ! महानगर
ओ! महानगर
Punam Pande
वफा से वफादारो को पहचानो
वफा से वफादारो को पहचानो
goutam shaw
Please Help Me...
Please Help Me...
Srishty Bansal
अधूरी दास्तान
अधूरी दास्तान
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
★जब वो रूठ कर हमसे कतराने लगे★
★जब वो रूठ कर हमसे कतराने लगे★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मैं स्वयं को भूल गया हूं
मैं स्वयं को भूल गया हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
माँ भारती का अंश वंश
माँ भारती का अंश वंश
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*मेरी इच्छा*
*मेरी इच्छा*
Dushyant Kumar
शिव अविनाशी, शिव संयासी , शिव ही हैं शमशान निवासी।
शिव अविनाशी, शिव संयासी , शिव ही हैं शमशान निवासी।
Gouri tiwari
बहुत मुश्किल है दिल से, तुम्हें तो भूल पाना
बहुत मुश्किल है दिल से, तुम्हें तो भूल पाना
gurudeenverma198
*ये रिश्ते ,रिश्ते न रहे इम्तहान हो गए हैं*
*ये रिश्ते ,रिश्ते न रहे इम्तहान हो गए हैं*
Shashi kala vyas
जीवन मार्ग आसान है...!!!!
जीवन मार्ग आसान है...!!!!
Jyoti Khari
2244.
2244.
Dr.Khedu Bharti
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
Ram Krishan Rastogi
शब्द गले में रहे अटकते, लब हिलते रहे।
शब्द गले में रहे अटकते, लब हिलते रहे।
विमला महरिया मौज
"बोलती आँखें"
पंकज कुमार कर्ण
बेटियां ?
बेटियां ?
Dr.Pratibha Prakash
*व्यर्थ में केवल नहीं, मशहूर होना चाहिए【गीतिका】*
*व्यर्थ में केवल नहीं, मशहूर होना चाहिए【गीतिका】*
Ravi Prakash
■ तंत्र का षड्यंत्र : भय फैलाना और लाभ उठाना।
■ तंत्र का षड्यंत्र : भय फैलाना और लाभ उठाना।
*Author प्रणय प्रभात*
हार कभी मिल जाए तो,
हार कभी मिल जाए तो,
Rashmi Sanjay
Loading...