Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2022 · 1 min read

कोलेजियम सिस्टम

टीवी और अख़बार में
कुछ जातियों का ही
दबदबा क्यों है?
मंदिर और बाज़ार में
कुछ जातियों का ही
दबदबा क्यों है?
अगर यह देश सबका है
तो सबको बराबर
हिस्सा क्यों नहीं?
अदालत और सरकार में
कुछ जातियों का ही
दबदबा क्यों है?
Shekhar Chandra Mitra
#बुद्धिजीवी #मीडिया #हल्ला_बोल
#कोलेजियम_सिस्टम #सुप्रीम_कोर्ट

Language: Hindi
100 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

आजकल की दुनिया जितने वाले हौसला बढ़ाते है लेकिन मैं हारने वा
आजकल की दुनिया जितने वाले हौसला बढ़ाते है लेकिन मैं हारने वा
रुपेश कुमार
कब तक अंधेरा रहेगा
कब तक अंधेरा रहेगा
Vaishaligoel
तुम सबने बड़े-बड़े सपने देखे थे, धूमिल हो गए न ... कभी कभी म
तुम सबने बड़े-बड़े सपने देखे थे, धूमिल हो गए न ... कभी कभी म
पूर्वार्थ
संवेदनहीन
संवेदनहीन
Shweta Soni
ये दो बूंद अश्रु मेरे.....
ये दो बूंद अश्रु मेरे.....
पं अंजू पांडेय अश्रु
रानी मर्दानी
रानी मर्दानी
Dr.Pratibha Prakash
थोड़ा नमक छिड़का
थोड़ा नमक छिड़का
Surinder blackpen
पंख कटे पांखी
पंख कटे पांखी
Suryakant Dwivedi
पति-पत्नी के मध्य क्यों ,
पति-पत्नी के मध्य क्यों ,
sushil sarna
ना मैं निकला..ना मेरा वक्त कही..!!
ना मैं निकला..ना मेरा वक्त कही..!!
Ravi Betulwala
सोभा मरूधर री
सोभा मरूधर री
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
यूँ तो हमें
यूँ तो हमें
हिमांशु Kulshrestha
प्रीतम दोहावली
प्रीतम दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*अब न वो दर्द ,न वो दिल ही ,न वो दीवाने रहे*
*अब न वो दर्द ,न वो दिल ही ,न वो दीवाने रहे*
sudhir kumar
" कलम "
Dr. Kishan tandon kranti
काले दिन ( समीक्षा)
काले दिन ( समीक्षा)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
गैस कांड की बरसी
गैस कांड की बरसी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
- रिश्ते व उनकी रिश्तेदारिया -
- रिश्ते व उनकी रिश्तेदारिया -
bharat gehlot
*अभिनंदन उनका करें, जो हैं पलटूमार (हास्य कुंडलिया)*
*अभिनंदन उनका करें, जो हैं पलटूमार (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
क्यो तू रोता इस नश्वर संसार में ..
क्यो तू रोता इस नश्वर संसार में ..
Buddha Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
माँ जन्मदात्री , तो पिता पालन हर है
माँ जन्मदात्री , तो पिता पालन हर है
Neeraj Mishra " नीर "
खूबसूरत बचपन
खूबसूरत बचपन
Roopali Sharma
3023.*पूर्णिका*
3023.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
फूलों की महक से मदहोश जमाना है...
फूलों की महक से मदहोश जमाना है...
कवि दीपक बवेजा
माखन चौर
माखन चौर
SZUBAIR KHAN KHAN
प्रेरणा
प्रेरणा
Shyam Sundar Subramanian
आज़ादी के दीवानों ने
आज़ादी के दीवानों ने
करन ''केसरा''
इंसान फिर भी
इंसान फिर भी
Dr fauzia Naseem shad
Loading...