कोरोना
सुनौ मनस वैश्विक महामारी , आज बनी कोरोना नाथ |
कबहुँ न आवे पास जीव, मास्क मुँह औ साबुन धोवे हाथ ||
बैठ जीव अनोखो घर में, करो नए नित काम |
रखो भरोसा आप पे, सब करता-धरता राम ||
जगत-जुगत सब बदल गया, बदला प्रकृति का रंग |
कंठ-माल छोड़ बदल गया, अभिवादन में सबका ढंग ||