‘कोरोना वारियर्स’
‘कोरोना’ को मार भगाने डटकर खडे हैं सीना ताने,
भारत माँ के लाल ‘कोरोना वारियर्स-2’।
सुना कभी था बचपन में ये होते भगवन का रूप,
छाया जग को देते हरदम सहकर तपती धूप।
स्वस्थ देख सभी को होता इन्हें है हरष—-
वैध डाक्टर नर्स हैल्पर सब इसमें आ जाते,
चौबीस घंटे ड्यूटी करके घर भी न जा पाते।
खाना पानी छूट है जाता आता हमें है तरस–
सच्चे सेवक मानवता के विषाणुओं से जीते हरदम,
‘कोरोना’ मुक्त करेंगे भारत को हमें न कोई गम।
स्वस्थ देश अपने के हम जल्दी ही करेंगे दरस–
किन शब्दों में धन्यवाद करूं इनका हैं कम पड जाते,
खुश रहें ये और परिवार इनका दुआ हम हैं मांगते।
सोच सोच इनके बारे में अंखिया जाती बरस—
—-अशोक छाबडा., गुरूग्राम।