कोरोना तो सब पे भारी है
परेशानी में दुनिया सारी है,
कोरोना तो सब पे भारी है।
भूत ,चुड़ैल का जिक्र नहीं,
डायन का भी फ़िक्र नहीं,
चोर,डाकू का का पता नहीं,
जादू -टोना भी लगता नहीं,
बस एक ही तो दुश्वारी है,
कोरोना तो सब पे भारी है।
ना प्यार का लफड़ा है,
ना सास -बहू का झगड़ा है,
पड़ोसी से झगड़ा कमजोर हुआ,
आदमी घर में बोर हुआ,
लाक डाउन में बड़ी बेकारी है,
कोरोना तो सब पे भारी है।
नूर फातिमा खातून “नूरी” (शिक्षिका)