कोरोना कोरोना कोरोना
कोरोना कोरोना कोरोना
अलविदा यहाँ से कहो ना
जब से तुमने दी है दस्तक
दुनिया हो गई नतमस्तक
यूँ दुनिया को तुम हरो ना
अलविदा यहाँ से कहो ना
चारों ओर मची त्राहि त्राहि
दुनिया की हो रही तबाही
जग में तबाही मचाओ ना
अलविदा यहाँ से कहो ना
महामारी का रूप लिया है
जहान जाम कर दिया है
जाम जिन्दगी लगाओ ना
अलविदा यहाँ से कहो ना
संक्रमण बढता जा रहा है
कोरोना कहर ढ़ा रहा है
संक्रमण ज्वर फैलाओ ना
अलविदा यहाँ से कहो ना
विश्व भर में हुई तालाबंदी
सभी घर में हुए नजरबंदी
चैन की सांस दिलाओ ना
अलविदा यहाँ से कहो ना
छाया जग में है अंधियारा
यहाँ नहीं है हमारा तुम्हारा
चिराग रोशनी जलाओ ना
अलविदा यहाँ से कहो ना
कोरोना वायरस है उत्पाती
जानें सूली पर हैं लटका दी
जान छुटकारा दिलाओ ना
अलविदा यहाँ से कहो ना
सुखविंद्र हद पार हो चुकी
सांसें गले में हैं रुकी-रुकी
जाओ ना जाओ कोरोना
अलविदा यहाँ से कहो ना
कोरोना कोरोना कोरोना
अलविदा यहाँ से कहो ना
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)