कोरोना का एक सच
कोरोना के अब तक के मामलों का अध्ययन किया जाए तो एक बात स्पष्ठ है भारत की जनता का इम्यून सिस्ट्म अन्य देशों से कही बेहतर है ,और यही वजह है कि अब तक भारत में कोरोना उतनी तेजी से नहीं फैला जितना दूसरे देशों में इसका असर दिखाई दिया मसलन अमेरिका और इटली की लोग कितनी भी पोषक खुराक क्यों न लेते हो ।हमने वक्त पर लॉकडाउन करके हालात काफी हद तक काबू में कर लिए है।
आपका तर्क हो सकता है भारत में टेस्ट कम हो पा रहे इसलिए मरीज कम सामने आ रहे ।अगर इस तर्क पर विश्वास कर भी लिया जाए कि लोग टेस्ट नही करा रहे और कोरोना से प्रभावित होकर घरों में छुपे है ,तो इस रोग से गुपचुप मौतें भी होनी चाहिए ।आज के युग में इतनी मौते छुपा पाना नामुमकिन है ।अगर लोग उस खतरनाक वायरस से लड़ कर घर में ठीक हुए जा रहे हैं, तो ये भी बड़ी बात है।
इसलिए अंतत: हमें यकीन करना पड़ेगा कि हम कोरोना से बेहतर ढंग से लड़ रहे हैं। कुछ जानलेवा मूर्खताएं नहीं हुई होतीं तो हालत और बेहतर होते। मुझे उम्मीद है कि लॉकडॉउन सख्ती से लागू रहा तो नतीजें और बेहतर मिलेंगे। और अगर ऐसा हुआ तो भारत दुनिया में एक मिसाल बन कर उभरेगा।