कोरे कागज पर लिखूं तो,
कोरे कागज पर लिखूं तो,
पढ़ना आसान हो शायद।
ये सोचकर हर कागज़ को,
सलीके से धोया सांवरे।
दोस कागज़ का दूं मैं,
या दोस दूं मैं मेरी किस्मत का।
जिसे भी संवारना चाहा,
वो ही मेरे दामन में न रहा।
श्याम सांवरा….
कोरे कागज पर लिखूं तो,
पढ़ना आसान हो शायद।
ये सोचकर हर कागज़ को,
सलीके से धोया सांवरे।
दोस कागज़ का दूं मैं,
या दोस दूं मैं मेरी किस्मत का।
जिसे भी संवारना चाहा,
वो ही मेरे दामन में न रहा।
श्याम सांवरा….