Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jul 2021 · 1 min read

कोरा भात !!

ये बात मैं दिसंबर की एक सर्द सुबह की कर रहा हूं। सड़क की मरम्मत का काम चल रहा है। कुछ लोग आजीविका के लिए सीमेंट का गारा एक जगह से दूसरी जगह अपने सर पर ढो रहे हैं। उनमें कुछ स्त्रियां भी हैं जिनपर अतिरिक्त बोझ है सड़क के किनारे सुलाए हुए बच्चों का। जो एक चुनरी से ढके हुए गहरी नींद में हैै।उन्हें वो बीच बीच में आकर थपथपा रही हैं। सड़क सीमेंट गारे की धूल ने उड़ कर सोते हुए बच्चों के ऊपर एक और धूल की परतनुमा चादर बना डाली है।

मैं पास ही बैठे एक दर्जी के पास तुरपाई के लिए गया था
ये सब तकरीबन आधा घंटे तक देखता रहा। कुछ देर बाद अपनी पोटली से उन औरतों ने कुछ बर्तन निकालकर परोस दिया अपने बच्चों को

कोरा भात!!

बच्चे उसे किसी स्वादिष्ठ पकवान की तरह खाने लगे। वो एक एक निवाला स्वाद लेकर खा रहे थे। उनमें से एक सबसे छोटा बच्चा तो छीन कर खाने का भी प्रयास कर रहा था, जैसे कोई मेवा मिष्ठान हो। ये देखकर आंखें इतनी भर आयी कि दिखना बंद हो गया। दिल इतना गदगद हुआ कि मैं निशब्द हो गया। मैं ये देखकर टूटता चला गया भीतर से। मेरे कपड़ों की तुरपाई तो हो गई कुछ पैसों में किन्तु भीतर कहीं कुछ उधड़ता चला गया।

हम जहां खाने में पसंद नापसंद रखते हैं वहीं हमारे आस पास के कई लोगों को ज़िंदा रखता है

कोरा भात!!

– विवेक जोशी ”जोश”

6 Likes · 14 Comments · 626 Views

You may also like these posts

सस्ते नशे सी चढ़ी थी तेरी खुमारी।
सस्ते नशे सी चढ़ी थी तेरी खुमारी।
Rj Anand Prajapati
बड़ा भाई
बड़ा भाई
Ravi Yadav
भारत के
भारत के
Pratibha Pandey
*उत्साह जरूरी जीवन में, ऊर्जा नित मन में भरी रहे (राधेश्यामी
*उत्साह जरूरी जीवन में, ऊर्जा नित मन में भरी रहे (राधेश्यामी
Ravi Prakash
"शुक्रिया अदा कर देते हैं लोग"
Ajit Kumar "Karn"
*इन्हें भी याद करो*
*इन्हें भी याद करो*
Dushyant Kumar
रंगों के पावन पर्व होली की आप सभी को हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभ
रंगों के पावन पर्व होली की आप सभी को हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभ
आर.एस. 'प्रीतम'
रिश्ता दिल से होना चाहिए,
रिश्ता दिल से होना चाहिए,
Ranjeet kumar patre
चैन भी उनके बिना आता कहाँ।
चैन भी उनके बिना आता कहाँ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
इशारों इशारों में मेरा दिल चुरा लेते हो
इशारों इशारों में मेरा दिल चुरा लेते हो
Ram Krishan Rastogi
वर्दी (कविता)
वर्दी (कविता)
Indu Singh
4027.💐 *पूर्णिका* 💐
4027.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा
फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा
डॉ. दीपक बवेजा
"हकीकत"
Dr. Kishan tandon kranti
तन्हा सी तितली।
तन्हा सी तितली।
Faiza Tasleem
"ग़म का दरिया"
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
कलम की दुनिया
कलम की दुनिया
Dr. Vaishali Verma
இந்த உலகில் எல்லாமே நிலையற்றது தான் நிலையானது இன்று நாம் நின
இந்த உலகில் எல்லாமே நிலையற்றது தான் நிலையானது இன்று நாம் நின
Otteri Selvakumar
क्रिकेट
क्रिकेट
SHAMA PARVEEN
कुछ फूल तो कुछ शूल पाते हैँ
कुछ फूल तो कुछ शूल पाते हैँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
..............
..............
शेखर सिंह
तुम खुशी देखते हों, मैं ग़म देखता हूं
तुम खुशी देखते हों, मैं ग़म देखता हूं
Keshav kishor Kumar
पटकथा
पटकथा
Mahender Singh
खूब तमाशा हो रहा,
खूब तमाशा हो रहा,
sushil sarna
सत्य की विजय हुई,
सत्य की विजय हुई,
Sonam Puneet Dubey
🙅NEVER🙅
🙅NEVER🙅
*प्रणय*
'चाह' लेना ही काफ़ी नहीं है चाहत पूरी करने को,
'चाह' लेना ही काफ़ी नहीं है चाहत पूरी करने को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेटी - एक वरदान
बेटी - एक वरदान
Savitri Dhayal
विचार श्रृंखला
विचार श्रृंखला
Shyam Sundar Subramanian
Loading...