‘कोयल या उसके पर्याय’ वर्ण पिरामिड
विषय–कोयल या उसके पर्याय
विधा –वर्ण पिरामिड
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(1)
ये
पिक
कूँ बोले
मिश्री घोले
गीत सुनाए
मन अकुलाए
साजन नहीं आए
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(2)
जा
बैरी
कोकिल
वनप्रिया
हरती जिया
अगन लगाती
हिय झुलसाती
मन पीर जगाती
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डॉ. रजनी अग्रवाल ‘वाग्देवी रत्ना’
वाराणसी (उ. प्र.)