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9 Sep 2024 · 1 min read

कोई भी व्यक्ति अपने आप में परिपूर्ण नहीं है,

कोई भी व्यक्ति अपने आप में परिपूर्ण नहीं है,
किसी में कोई गुण है तो कुछ और की कमी है!
सभी गुणों से सम्पन्न इक्का-दुक्का ही कोई होगा,
बस वक़्त के साथ ग्रहण करते चलें ग्राह्य जो भी है!

…. अजित कर्ण ✍️

1 Like · 45 Views
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