कोई भी इतना व्यस्त नहीं होता कि उसके पास वह सब करने के लिए प
कोई भी इतना व्यस्त नहीं होता कि उसके पास वह सब करने के लिए पर्याप्त समय और स्थान न हो जो वह करना चाहता है। यह सिर्फ प्राथमिकता का मामला है। हम समय का टुकड़ा-टुकड़ा करके नाश्ता करते हैं, जो चाहें और जितना चाहें, बस थोड़ा-सा त्याग करके पा लेते हैं।
जीवन की पलकों में अनंत पल छिपे होते हैं, उन्हीं पलकों में अपने सपनों को पूरा कर लें। अपनी इच्छाओं को प्राथमिकता दें, फिर देखें समय की धारा भी आपके सामने झुक जाएगी।
व्यस्तता के आवरण में ढंके हम अक्सर सोचते हैं कि जीवन का सागर सूख गया है और इसमें कुछ नहीं बचा है। लेकिन जब हम अपने अंदर थोड़ा गहराई से झांकते हैं, तो पाते हैं कि ख्वाहिशों का पूरा जंगल वहां लहरा रहा है।
इसलिए व्यस्तता के सागर में आंसू मत बहाओ, जो दिल करे वो करो, बस अपनी उम्मीदों को आकाश की तरफ उड़ाओ। समय आपके साथ दौड़ेगा, हर पल आपके साथ रहेगा, बस तय करो कि तुम क्या चाहते हो, अपने भविष्य को अपने उद्देश्य के हिसाब से बनाओ।