Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2024 · 1 min read

कोई फरिश्ता ही आयेगा ज़मीन पर ,

कोई फरिश्ता ही आयेगा ज़मीन पर ,
अपने परों को फैलायेगा ज़मीन पर ..
जो बीमारी है, ख़राबी है ,हटा जायेगा,
और फिर सुकून आयेगा ज़मीन पर .
✍️नील रूहानी …. 2020

76 Views

You may also like these posts

प्रेमागमन / मुसाफ़िर बैठा
प्रेमागमन / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
आज के समय के नेता
आज के समय के नेता
Sonit Parjapati
" एकता "
DrLakshman Jha Parimal
बात का जबाब बात है
बात का जबाब बात है
शेखर सिंह
भाव - श्रृंखला
भाव - श्रृंखला
Shyam Sundar Subramanian
"खिलाफत"
Dr. Kishan tandon kranti
अधिकार और पशुवत विचार
अधिकार और पशुवत विचार
ओंकार मिश्र
उनकी मोहब्बत में सब कुछ भुलाए बैठें हैं
उनकी मोहब्बत में सब कुछ भुलाए बैठें हैं
Jyoti Roshni
*Deep Sleep*
*Deep Sleep*
Poonam Matia
छलिया तो देता सदा,
छलिया तो देता सदा,
sushil sarna
आकांक्षाएं और नियति
आकांक्षाएं और नियति
Manisha Manjari
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
Gouri tiwari
अग्निपथ
अग्निपथ
Arvina
खामोशी : काश इसे भी पढ़ लेता....!
खामोशी : काश इसे भी पढ़ लेता....!
VEDANTA PATEL
आसमां पर घर बनाया है किसी ने।
आसमां पर घर बनाया है किसी ने।
डॉ.सीमा अग्रवाल
प्रकाश
प्रकाश
Aman Kumar Holy
तन्हा
तन्हा
Kanchan Advaita
चंचल मन चित-चोर है , विचलित मन चंडाल।
चंचल मन चित-चोर है , विचलित मन चंडाल।
Manoj Mahato
दान
दान
Neeraj Agarwal
जबकि तड़पता हूँ मैं रातभर
जबकि तड़पता हूँ मैं रातभर
gurudeenverma198
मारगियां  हैं  तंग, चालो  भायां  चेत ने।
मारगियां हैं तंग, चालो भायां चेत ने।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
भेज भी दो
भेज भी दो
हिमांशु Kulshrestha
अगर कोई इच्छा हो राहें भी मिल जाती है।
अगर कोई इच्छा हो राहें भी मिल जाती है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*रोटी उतनी लीजिए, थाली में श्रीमान (कुंडलिया)*
*रोटी उतनी लीजिए, थाली में श्रीमान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अपना-अपना भाग्य
अपना-अपना भाग्य
Indu Singh
3889.*पूर्णिका*
3889.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नए साल में....
नए साल में....
sushil yadav
#शुभ_दीपोत्सव
#शुभ_दीपोत्सव
*प्रणय*
Don't Give Up..
Don't Give Up..
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
रक्षा बंधन का पावन त्योहार जब आता है,
रक्षा बंधन का पावन त्योहार जब आता है,
Ajit Kumar "Karn"
Loading...