Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Aug 2019 · 1 min read

कोई नही

कोई नही,
शब्द मेरे पानी हैं,
बहता ही रहेगा,
पाथर हो तुम,
तो ये घिसता ही रहेगा
तुम मत बदलो, ये तुम पे
अपनी निशानी छोड़ता रहेगा
तुम जैसे पाथर होना नही छोड़ सकते
ये पानी होना, बहना कैसे छोड़ेगा …
शब्द मेरे पानी हैं… बहता ही रहेगा
…सिद्धार्थ

Language: Hindi
5 Likes · 431 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
Subhash Singhai
सच का सौदा
सच का सौदा
अरशद रसूल बदायूंनी
मेरे अंशुल तुझ बिन.....
मेरे अंशुल तुझ बिन.....
Santosh Soni
गलतियां ही सिखाती हैं
गलतियां ही सिखाती हैं
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मेरी नज़्म, शायरी,  ग़ज़ल, की आवाज हो तुम
मेरी नज़्म, शायरी, ग़ज़ल, की आवाज हो तुम
अनंत पांडेय "INϕ9YT"
आजकल अकेले में बैठकर रोना पड़ रहा है
आजकल अकेले में बैठकर रोना पड़ रहा है
Keshav kishor Kumar
दिल हो काबू में....😂
दिल हो काबू में....😂
Jitendra Chhonkar
सफलता के बीज बोने का सर्वोत्तम समय
सफलता के बीज बोने का सर्वोत्तम समय
Paras Nath Jha
World Environment Day
World Environment Day
Tushar Jagawat
मा भारती को नमन
मा भारती को नमन
Bodhisatva kastooriya
बदली - बदली हवा और ये जहाँ बदला
बदली - बदली हवा और ये जहाँ बदला
सिद्धार्थ गोरखपुरी
अच्छा होगा
अच्छा होगा
Madhuyanka Raj
संसार में कोई किसी का नही, सब अपने ही स्वार्थ के अंधे हैं ।
संसार में कोई किसी का नही, सब अपने ही स्वार्थ के अंधे हैं ।
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*गूॅंजती जयकार से मॉं, यह धरा-आकाश है (मुक्तक)*
*गूॅंजती जयकार से मॉं, यह धरा-आकाश है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
हंसी मुस्कान
हंसी मुस्कान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
... बीते लम्हे
... बीते लम्हे
Naushaba Suriya
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
कवि रमेशराज
फितरत आपकी जैसी भी हो
फितरत आपकी जैसी भी हो
Arjun Bhaskar
कलयुगी धृतराष्ट्र
कलयुगी धृतराष्ट्र
Dr Parveen Thakur
यह कैसा आया ज़माना !!( हास्य व्यंग्य गीत गजल)
यह कैसा आया ज़माना !!( हास्य व्यंग्य गीत गजल)
ओनिका सेतिया 'अनु '
गीत
गीत
दुष्यन्त 'बाबा'
सुखी होने में,
सुखी होने में,
Sangeeta Beniwal
देना और पाना
देना और पाना
Sandeep Pande
शायरी 2
शायरी 2
SURYA PRAKASH SHARMA
अपनी टोली
अपनी टोली
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मीनाकुमारी
मीनाकुमारी
Dr. Kishan tandon kranti
सूरज ढल रहा हैं।
सूरज ढल रहा हैं।
Neeraj Agarwal
11, मेरा वजूद
11, मेरा वजूद
Dr Shweta sood
एक दोहा दो रूप
एक दोहा दो रूप
Suryakant Dwivedi
एक हसीं ख्वाब
एक हसीं ख्वाब
Mamta Rani
Loading...