कोई नहीं जानता
ना जाने कैसे मुझे
वो दगा दे गया
मैं सोचता ही रहा
कि वो मेरा सगा है ।
धोखा नहीं मिलेगा उससे
लेकिन मन कब बदल जाये
किस्मत कब चमक जाये
अस्मत कब लुट जाये
ये कोई नहीं जानता ।
ना जाने कैसे मुझे
वो दगा दे गया
मैं सोचता ही रहा
कि वो मेरा सगा है ।
धोखा नहीं मिलेगा उससे
लेकिन मन कब बदल जाये
किस्मत कब चमक जाये
अस्मत कब लुट जाये
ये कोई नहीं जानता ।