Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Apr 2021 · 1 min read

कोई तो लौटा दे मुझे मेरा वै बचपन

कोई तो लोटा दे मुझे मेरा वोह बचपन ,
धूल भरी गलियां और गलियों में बीता बचपन।
चाचा औ चाची की मीठी-मीठी वो बातें।
दुनिया के झंझट से बेपरवाह वो रातें।
अम्मा के आँचल कीठंडी वोह छांव ।
बरखा के पानी में तैरती वोह नाव।
चाक के गरमागरम गुड़ का वोह स्वाद।
मक्के की रोटी ,बथुए और सरसों का साग।
अमुआ की डाली पे खेले वोह खेले।
गांवन की गलियन में लगतेवोह मेले।
रस्सी पे चलती वोह नटवा की बाला।
गंगा के मेले का वोह तिलस्मी तमाशा।
यादआतें हैं वोह दिन,
सताते हैं वोह दिन।
ढूँढूँ कहाँ वोह बचपन मैं अपना।
अब तो लगता है वोह महज़ एक सपना।

Language: Hindi
192 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैनें प्रत्येक प्रकार का हर दर्द सहा,
मैनें प्रत्येक प्रकार का हर दर्द सहा,
Aarti sirsat
अवसाद
अवसाद
Dr Parveen Thakur
💐प्रेम कौतुक-393💐
💐प्रेम कौतुक-393💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
यही जीवन है
यही जीवन है
Otteri Selvakumar
काव्य में सहृदयता
काव्य में सहृदयता
कवि रमेशराज
3089.*पूर्णिका*
3089.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
************ कृष्ण -लीला ***********
************ कृष्ण -लीला ***********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मैं भी कवि
मैं भी कवि
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रिश्ते
रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
सत्य की खोज
सत्य की खोज
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
गर्मी आई
गर्मी आई
Dr. Pradeep Kumar Sharma
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हम हिन्दी हिन्दू हिन्दुस्तान है
हम हिन्दी हिन्दू हिन्दुस्तान है
Pratibha Pandey
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
"The Divine Encounter"
Manisha Manjari
कुण्डलिया-मणिपुर
कुण्डलिया-मणिपुर
दुष्यन्त 'बाबा'
मजबूरी तो नहीं
मजबूरी तो नहीं
Mahesh Tiwari 'Ayan'
मातृत्व
मातृत्व
साहित्य गौरव
" समय बना हरकारा "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
"स्वर्ग-नरक की खोज"
Dr. Kishan tandon kranti
!! हे उमां सुनो !!
!! हे उमां सुनो !!
Chunnu Lal Gupta
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
कृष्णकांत गुर्जर
*** आकांक्षा : आसमान की उड़ान..! ***
*** आकांक्षा : आसमान की उड़ान..! ***
VEDANTA PATEL
तनिक लगे न दिमाग़ पर,
तनिक लगे न दिमाग़ पर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
Mamta Rani
सावन‌....…......हर हर भोले का मन भावन
सावन‌....…......हर हर भोले का मन भावन
Neeraj Agarwal
पंछी और पेड़
पंछी और पेड़
नन्दलाल सुथार "राही"
क्या मुकद्दर बनाकर तूने ज़मीं पर उतारा है।
क्या मुकद्दर बनाकर तूने ज़मीं पर उतारा है।
Phool gufran
नित  हर्ष  रहे   उत्कर्ष  रहे,   कर  कंचनमय  थाल  रहे ।
नित हर्ष रहे उत्कर्ष रहे, कर कंचनमय थाल रहे ।
Ashok deep
जिसे सुनके सभी झूमें लबों से गुनगुनाएँ भी
जिसे सुनके सभी झूमें लबों से गुनगुनाएँ भी
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...