कोई झाँके तो मेरे सीने मे…. !!
ये वहम है मेरे मन का, या जहर भरा मेरे सीने मे,
क्यूँ सोचे बिना ये दुनिया, अलफ़ाज़ भरे कानो मे.. !!
बंजर- सी हो गयी दिल की जमीं, कहाँ गुल खिलेंगे,
बारिश के मौसम मे तो अब बस ! दिल जले मेरे सीने मे.!!
बेमौत तड़पते रहते है, कहा सुकून मिले अब जीने मे,
हालात बदलने से अंदाज़ बदल तो सकते नहीं,
ऐसे टूटे लम्हो मे कहा सुकून मिले अब रोने मे.. !!
ख़ामोशी का आँचल ओढ़े, कई ख्वाब छुपे मेरे नगिने मे,
हर ख्वाब मुक़म्मल हो जाये, कोई झाँके तो मेरे सीने मे..!!