कोई जोखिम नहीं, कोई महिमा नहीं”
कोई जोखिम नहीं, कोई महिमा नहीं”
जीवन की राहों पर, हर मोड़ पर चुनौती है,सपनों की ऊँचाइयों पर, एक खड़ा सवाल है।कोई जोखिम नहीं, तो कोई महिमा नहीं,
सफलता का रंग केवल उन पर चढ़ता है, जो जोखिम उठाते हैं सही।।
सपनों की ऊँचाइयों को छूने की चाह है,मगर बिना जोखिम उठाए, ये राहें अधूरी लगती हैं।असफलताओं के जख्मों से, सीखा सबक मिलता है,जो जीत का जश्न है, वही संघर्ष की झलक दिखलाता है।।
कोई जोखिम नहीं, कोई महिमा नहीं,जितना बड़ा जोखम, उतनी बड़ी प्राप्ति है।सपनों की उड़ान में, सच्ची ऊँचाई पाई जाती है,
उनकी ज़िंदगी में जो हर मुश्किल से गुजरते हैं, वही सच्चे योद्धा बनते हैं।।
हर चुनौती को गले लगाओ, हर डर को पार करो,सपनों की ओर बढ़ते चलो, रास्ते खुद बुनते जाओ।कोई जोखिम नहीं, कोई महिमा नहीं,सच्ची सफलता वही है, जो हिम्मत से मिलती है।।
सपनों के आकाश में उड़ने का हौसला रखो,हर कठिनाई को अवसर में बदल दो।कोई जोखिम नहीं, कोई महिमा नहीं,जो जोखिम लेता है, वही जीवन की सच्ची चमक पहचानता है।।