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17 Jan 2024 · 1 min read

कोई गुरबत

कोई गुरबत से डर गया होगा ।
कोई फ़ाक़े से मर गया होगा ।।
उसकी आंखें, यूं नम नहीं होतीं ।
सब्र का जाम भर गया होगा ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
3 Likes · 245 Views
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