Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Sep 2024 · 1 min read

कोई गुरबत

कोई गुरबत समझ नहीं सकता,
भूख हिम्मत निचोड़ देती है।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 14 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
समय
समय
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बूँद बूँद याद
बूँद बूँद याद
Atul "Krishn"
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
Neelofar Khan
दिल में
दिल में
Dr fauzia Naseem shad
मैं तुमसे यह नहीं पूछुंगा कि------------------
मैं तुमसे यह नहीं पूछुंगा कि------------------
gurudeenverma198
वंदनीय हैं मात-पिता, बतलाते श्री गणेश जी (भक्ति गीतिका)
वंदनीय हैं मात-पिता, बतलाते श्री गणेश जी (भक्ति गीतिका)
Ravi Prakash
बुढ़ापे में हड्डियाँ सूखा पतला
बुढ़ापे में हड्डियाँ सूखा पतला
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
पेड़ों की छाया और बुजुर्गों का साया
पेड़ों की छाया और बुजुर्गों का साया
VINOD CHAUHAN
"चाबी वाला खिलौना"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा बिषय- महान
दोहा बिषय- महान
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
निराशा क्यों?
निराशा क्यों?
Sanjay ' शून्य'
उनकी उल्फत देख ली।
उनकी उल्फत देख ली।
सत्य कुमार प्रेमी
23/52.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/52.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
!! सुविचार !!
!! सुविचार !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Don’t ever forget that you can:
Don’t ever forget that you can:
पूर्वार्थ
शिव सुखकर शिव शोकहर, शिव सुंदर शिव सत्य।
शिव सुखकर शिव शोकहर, शिव सुंदर शिव सत्य।
डॉ.सीमा अग्रवाल
" मैं तो लिखता जाऊँगा "
DrLakshman Jha Parimal
कलयुग और सतयुग
कलयुग और सतयुग
Mamta Rani
#लघुकथा
#लघुकथा
*प्रणय प्रभात*
सरसी
सरसी
Dr.VINEETH M.C
धृतराष्ट्र की आत्मा
धृतराष्ट्र की आत्मा
ओनिका सेतिया 'अनु '
"बचपन याद आ रहा"
Sandeep Kumar
सत्य की खोज
सत्य की खोज
लक्ष्मी सिंह
विचार, संस्कार और रस [ तीन ]
विचार, संस्कार और रस [ तीन ]
कवि रमेशराज
मोहब्बत से कह कर तो देखो
मोहब्बत से कह कर तो देखो
Surinder blackpen
उपेक्षित फूल
उपेक्षित फूल
SATPAL CHAUHAN
ख़यालों के परिंदे
ख़यालों के परिंदे
Anis Shah
कैसी यह मुहब्बत है
कैसी यह मुहब्बत है
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
नरसिंह अवतार
नरसिंह अवतार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हाँ, ये आँखें अब तो सपनों में भी, सपनों से तौबा करती हैं।
हाँ, ये आँखें अब तो सपनों में भी, सपनों से तौबा करती हैं।
Manisha Manjari
Loading...