Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Dec 2022 · 1 min read

कोई अपनी शौहर का नाम लेता है क्या

इश्क में कुछ इस कदर कुछ होता है क्या
चोट मुझे लगे तो दर्द तुम्हे भी होता है क्या
और ए बार बार ,मुझे अनुराग अनुराग कह के बुलाती हो
मुझे भी बाबू सोना ढक्कन मखन धनिया पुदीना कहा करो ना
कोई अपनी शौहर का नाम लेता है क्या

Language: Hindi
166 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
खुद को खोल कर रखने की आदत है ।
खुद को खोल कर रखने की आदत है ।
Ashwini sharma
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
Manoj Mahato
ज़रा मुस्क़ुरा दो
ज़रा मुस्क़ुरा दो
आर.एस. 'प्रीतम'
" परख "
Dr. Kishan tandon kranti
रास्तो के पार जाना है
रास्तो के पार जाना है
Vaishaligoel
टीस
टीस
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
सहसा यूं अचानक आंधियां उठती तो हैं अविरत,
सहसा यूं अचानक आंधियां उठती तो हैं अविरत,
Abhishek Soni
कुंडलिया - गौरैया
कुंडलिया - गौरैया
sushil sarna
हुनर मौहब्बत के जिंदगी को सीखा गया कोई।
हुनर मौहब्बत के जिंदगी को सीखा गया कोई।
Phool gufran
फूलों से हँसना सीखें🌹
फूलों से हँसना सीखें🌹
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जीवन में न तो कोई अंतिम हार है और न ही कोई अंतिम जीत। अतः मु
जीवन में न तो कोई अंतिम हार है और न ही कोई अंतिम जीत। अतः मु
PRADYUMNA AROTHIYA
*महामना जैसा भला, होगा किसका काम (कुंडलिया)*
*महामना जैसा भला, होगा किसका काम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
विश्व की पांचवीं बडी अर्थव्यवस्था
विश्व की पांचवीं बडी अर्थव्यवस्था
Mahender Singh
..
..
*प्रणय*
हर लम्हे में
हर लम्हे में
Sangeeta Beniwal
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
फूलो की सीख !!
फूलो की सीख !!
Rachana
यूँ ही नही लुभाता,
यूँ ही नही लुभाता,
हिमांशु Kulshrestha
जो द्वार का सांझ दिया तुमको,तुम उस द्वार को छोड़
जो द्वार का सांझ दिया तुमको,तुम उस द्वार को छोड़
पूर्वार्थ
" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
भारत में सबसे बड़ा व्यापार धर्म का है
भारत में सबसे बड़ा व्यापार धर्म का है
शेखर सिंह
अहाना छंद बुंदेली
अहाना छंद बुंदेली
Subhash Singhai
कितने पन्ने
कितने पन्ने
Satish Srijan
3828.💐 *पूर्णिका* 💐
3828.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जय श्रीराम
जय श्रीराम
Indu Singh
सावरकर ने लिखा 1857 की क्रान्ति का इतिहास
सावरकर ने लिखा 1857 की क्रान्ति का इतिहास
कवि रमेशराज
विनाश की कगार पर खड़ा मानव
विनाश की कगार पर खड़ा मानव
Chitra Bisht
సమాచార వికాస సమితి
సమాచార వికాస సమితి
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
मेरा बचपन
मेरा बचपन
Dr. Rajeev Jain
बेटी
बेटी
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
Loading...