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28 May 2024 · 1 min read

कोई अपना मिला था

मुझे इस बेगानी दुनिया में
कोई अपना मिला था
मेरी इन जागती आंखों का
जैसे सपना मिला था…
(१)
उसका चेहरा जितना मासूम था
उतनी ही शोख थीं उसकी निगाहें
मेरी अब तक की दुआओं का
जैसे वह तो सिला था…
(२)
ना तो बरसे थे कजरारे बादल
ना ही चली थीं मदमस्त हवाएं
पतझड़ के रूखे मौसम में ही
दिल फिर भी खिला था…
(३)
फिर जाने मेरी किस ग़लती से
वह होता चला गया मुझसे दूर
काश,थोड़ा लड़-झगड़ ही लेता
अगर उसको गिला था…
(४)
हाल-चाल पूछना तो बड़ी बात
उसने देखना तक मुझे छोड़ा
उसके बदले हुए बर्ताव से
मेरा वजूद हिला था…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#रोमांटिक_गीत #कसक #प्रेमी
#टीस #mydreamoflove #दर्द
#love #sadshayari #lovers
#heartbroken #lyrics #हूक

Language: Hindi
Tag: गीत
77 Views
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