कैसे बिगारी रे
तूने कैसे बिगारी रे बालम तूने ।कैसे बिगारी रे बालम तूने।।।।।।।।कैसे सभारी रे बालम तूने कैसे बिगारी रे।।।मै फूल से जयादा कोमल थी ।कैसे मरोरी रे बालम तूने कैसे बिगारी रे।।।समझ न सका मुझे तू कैसे निहारी रे ।बालम तूने कैसे बिगारी रे ।मै परदे के अनदर थी ।बाहर तूने निकारी रे ।बालम तूने कैसे बिगारी रे ।।।