*कैसे बताएँ कैसे जताएँ*
कैसे बताएँ कैसे जताएँ
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कैसे बताएं कैसे जताएँ,
तुम्हें कितना हम प्यार करें।
तेरे से हो घर अपना रोशन,
तुम्हारा सदा इंतजार करें।
बात दिल की कह ना पाएं
कैसे प्रेम का इजहार करें।
दरमियाँ हमारे कांटे बिछाए,
किस से आन तकरार करें।
मनसीरत खड़ा द्वारे तुम्हारे,
रहम ओ कर्म उपकार करें।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)