कैसे गाऊँ खुशी के गीत?
कैसे गाऊँ खुशी के गीत?
किसको बनाऊँ अपना मीत,
दुनिया को जब मैंने समझा,
होश उड़ गए देख के रीत।
कैसे गाऊँ खुशी के गीत?
मुँह में राम बगल में छुरी,
अपनों से है दिल की दूरी,
मानवता पर खतरे भारी,
होगी कैसे तम पर जीत।
कैसे गाऊँ खुशी के गीत?
सब वादे हो रहे हैं सादे,
शर्म हया के नहीं इरादे,
धर्म नाम पर धंधा भारी,
अंतरकाया हो रही पीत।
कैसे गाऊँ खुशी के गीत?
अब तो भेष समझ न आवे,
लोमड़ी भद्रता पाठ पढ़ावे,
भोले को मूर्ख बतलाकर,
छलिया जश्न मनाये जीत।
कैसे गाऊँ खुशी के गीत?